BSE or NSE me kya antar hai in hindi > दोस्तों आज हम आपको बताएंगे कि बीएसई और एनएसई में क्या अंतर होता है और बीएसई और एनएसई क्या होते हैं और इनमें शेयर मार्केट पर किस प्रकार से असर डालते हैं अगर आप भी जानना चाहते हैं कि बीएसई और एनएसई में क्या अंतर होता है और शेयर मार्केट में इनके द्वारा आप किस प्रकार शेयर मार्केट का पता कर सकते हैं कि शेयर मार्केट कैसा चल रहा है अगर आप इन सबके बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में लास्ट तक बने रहें क्योंकि हम हमारे आर्टिकल में आपको BSE or NSE me kya antar hai hindi इन सब के बारे में बताएंगे
दोस्तों बात करते हैं बीएससी तो बीएससी का फुल फॉर्म होता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और वही बात करते हैं एनएससी की तो एनएसी का फुल फॉर्म होता है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज बहुत सारे लोगों को इन दोनों के बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं रहता
क्योंकि वह शेयर मार्केट में दिलचस्पी नहीं रखते अगर आप शेयर मार्केट में इंटरेस्टेड लगते हैं तो आपको इन दोनों के बारे में जानना चाहिए अगर आप शेयर मार्केट के बारे में इंटरेस्ट नहीं रखते फिर भी आप को आर्टिकल पढ़ना चाहिए क्योंकि इसके पढ़ने से आपको इनके बारे में बेसिक जानकारी मिलेगी
हमारे भारतव में दो प्रकार के स्टॉक उपलब्ध है जिसमें पहले नंबर पर आता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स मान सकते हैं और इसमें टॉप 30 कंपनी को सेंसेक्स दर्शाता है और एनएसई का मतलब होता है नैशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी से समझ सकते हैं इसमें टॉप 50 कंपनियों को निफ़्टी 50 के द्वारा दर्शाया जाता है अगर आप थोड़ा बहुत भी शेयर मार्केट का ज्ञान रखते हैं तो इनके द्वारा बड़ी आसानी से शेयर मार्केट के बारे में पता लगा सकते हैं
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज क्या होती है और bse क्या है
दोस्तों मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना सन 1875 में की गई थी पहले इसका इस्तेमाल नेगेटिव शेयर और स्टॉक एसोसिशन के नाम से मुंबई स्टॉक एक्सचेंज जाना जाता था लेकिन भारत की सरकार ने 1957 में भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में बीएससी को घोषित किया
और 1986 में बीएससी की स्थापना की गई थी यह ब्रिटिश शासन से ही चला आ रहा था इसमें टॉप 30 कंपनी आपको sensex के द्वारा दर्शाती हैं मुंबई स्टॉक में ट्रेडिंग की सुविधा 1995 में पहली बार शुरू हुई
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज की बात की जाए तो यह पहला एक्सचेंज करने वाला मार्केट है जो डाटा सर्विसेज सेंट्रल डिपॉजिटरी रिस्क मैनेजमेंट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराता है जबकि मुंबई स्टॉक एक्सचेंज को देखा जाए तो पूरी दुनिया में इसका स्थान 10 में आता है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है nse क्या है
दोस्तों एनएससी का मुख्यालय मुंबई में स्थित है और bse की तरह कंपनी है लेकिन यह अलग-अलग कंपनियों के द्वारा बनी हुई है बात की जाए एनएससी की तो बीएससी के बाद अगर भारत में सबसे बड़ा स्टॉक में नाम आता है तो वह nse का आता है
nse की स्थापना सन 1992 में की गई थी इसकी स्थापना में इलेक्ट्रिकल सिस्टम लाया गया था जिसके बाद पेपर सिस्टम को खत्म किया गया था और 1996 में पूरे भारत में nse की शुरुआत की गई थी और निफ्टी में 50 कंपनियों को इंडेक्स किया गया था और एनएससी को 1992 में पहली बार एक कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड किया गया था
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बीच क्या अंतर है
- दोस्तों मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बीच अंतर की बात की जाए तो मुंबई स्टॉक एक्सचेंज अंग्रेजों के जमाने से चला आ रहा है लेकिन एनएससी की स्थापना अभी हुई है और यह मार्केट में नया है
- अगर पूरी दुनिया में बात की जाए इनके स्थान की तो बंबई स्टॉक एक्सचेंज का स्थान पूरी दुनिया में दसवें नंबर पर आता है और bse ज्यादा पीछे नहीं है और bse का स्थान इसमें यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का स्थान 11वां है
- दोस्तों अगर इन दोनों के इलेक्ट्रिकल सिस्टम की बात की जाए तो एनएससी ने 1992 में इलेक्ट्रिकल सिस्टम को अपना लिया था लेकिन 1995 में मुंबई स्टॉक एक्सचेंज ने भी इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम अपना लिया था
- दोस्तों स्टॉक मार्केट में बीएससी को आप सेंसेक्स के द्वारा समझ सकते हैं और एनएससी को आप निफ्टी के द्वारा समझ सकते हैं क्योंकि यह दोनों बीएसई और एनएसई की दशा और दिशा को दर्शाते हैं
- नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मैं रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या है 1696 वही बात की जाए बंबई स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर्ड कंपनियों की तो इनमें रजिस्ट्रेट कंपनियों की संख्या है 5749
nse और bse के बीच समानताएं क्या है
- bse और nse के ऑफिस यानी मुख्यालय की बात की जाए तो इन दोनों का मुख्यालय मुंबई में स्थित है
- [दोस्तों जब तक कोई कंपनी बीएसई और एनएसई में रजिस्टर्ड नहीं होती तब तक उस कंपनी के शेयर को मार्केट में खरीदा नहीं जा सकता जब भी कंपनी को अपने शेयर इनमें लिस्टेड करने होते हैं उसे सेबी से मंजूरी लेनी पड़ती है और इसके बाद ही आप बीएससी या एनएससी जिस भी कंपनी में आपको शेयर रजिस्टर करने हैं आप कर सकते हैं
- इन दोनों का सूचकांक एक का निफ्टी है तो दूसरे का सेंसेक्स है और दोनों ही बाजार की स्थिति को दर्शाते हैं यानी कि इन का ग्राफ नीचे गिर जाए तो बाजार नेगेटिव चल रहा हैं और इनका ग्राफ ऊपर चल रहा है तो बाजार पॉजिटिव रहेगा आप इन दोनों के ग्राफ से बाजार की स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं
BSE or NSE me kya antar hai BSE और NSE में क्या अंतर है आर्टिकल आपको कैसा लगा
दोस्तों हमने हमारे आर्टिकल BSE or NSE me kya antar hai hindi में आपको बताया है कि बीएसई और एनएसई क्या है और BSE or NSE me kya antar hai hindi और बीएसई और एनएसई के द्वारा आप शेयर मार्केट के बारे में किस प्रकार समझ सकते हैं और बीएसई और एनएसई में कंपनियां कैसे रजिस्टर्ड होती हैं अगर आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल अच्छा लगता है और आपको लगता है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको शेयर बाजार के बारे में कुछ ना कुछ समझने का मौका मिला है तो इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और हमें कमेंट करके बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल कैसा लगा
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